ये कैसी मां: नहर में बच्चों के शवों की तलाश जारी, प्रेमी संग मिलकर अपने दो बच्चे मार डाले – Meerut News
- नहर में बच्चों के शवों की तलाश जारी
- प्रेमी संग मिलकर अपने दो बच्चे मार डाले
- हत्या से पहले मासूमों के हाथ-पैर बांध डाला था बेड के अंदर
मेरठ के देहली गेट थाना क्षेत्र के दो बच्चों की हत्या का खुलासा तो हो गया मगर अफ़सोस, अभी तक उन मासूम बच्चो के शव नहीं मिले सके हैं। मेरठ पुलिस की कई टीम गुरुवार से ही बच्चो की तलाश में जुटी है। वहीं शुक्रवार सुबह पुलिस की एक टीम मेरठ की भोला की झाल से सरधना के अटेराना पुल पर पहुंची। नहर में दोनों बच्चों के शवों की तलाश की जा रही है।
महिला ने प्रेमी संग मिलकर अपने दो बच्चों को मार डाला
आपको बता दे कि देहली गेट थाना क्षेत्र के खैरनगर स्थित गूलर वाली गली निवासी महिला निशा बेग ने अपने प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद फैजी के साथ मिलकर अपने 10 साल के मासूम बेटे और छह साल की बेटी की हत्या कर दी। पुलिस ने वार्ड 65 से पार्षद रहे सऊद फैजी, निशा बेग, साद, आरिफ, कोसर और एक अन्य महिला को गिरफ्तार भी किया है।
वहीं गिरफ्तारी के बाद पूर्व पार्षद सऊद फैजी के यह बताने पर कि हत्या के बाद दोनों बच्चों के शव भोला की झाल पर गंगनहर में फेंक दिए हैं, आधी रात से ही पुलिस गंगनहर में मासूम भाई-बहन के शवों की तलाश में जुटी है।
लालकुर्ती पैठ में जूते की दुकान पर काम करने वाले शाहिद बेग पत्नी निशा बेग, बेटे मेराब (10) व बेटी कोनेन (6) के साथ रहते हैं। मेराब सेंट जोंस स्कूल में कक्षा तीन और कोनेन सेंट जोंस गर्ल्स स्कूल में कक्षा दो की छात्रा थी। बुधवार शाम 7:30 बजे भाई-बहन लापता हो गए थे।
पुलिस सर्विलांस से संदिग्ध मोबाइल नंबरों की पड़ताल के दौरान पूर्व पार्षद सऊद फैजी और बच्चों की निर्दई मां निशा बेग के बीच लंबे समय तक बातचीत होना पाया गया। पुलिस की कार्रवाई के पहले इस बारे में भनक लगते ही फैजी फरार हो गया था।

इसके बाद पुलिस ने रात में बेदर्द निशा और फैजी के तीन रिश्तेदारों को पकड़ कर सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। एक घंटे बाद फैजी भी खुद थाने पहुंच गया। उसने पुलिस को बताया कि निशा से शादी करने के लिए उसने दोनों बच्चों की हत्या की है।
हत्या से पहले मासूम बच्चों को हाथ-पैर बांधकर डाला गया था बेड के अंदर
कलयुग में मां और बच्चों के रिश्ते तार-तार करने वाली इस दिल को रुला देने वाली घटना में हत्या से पहले सऊद फैजी और जल्लाद माँ निशा ने दोनों बच्चों के हाथ-पैर बांधकर बेड के बॉक्स में डाल दिए थे। हालत बिगड़ने पर दोनों को बाहर निकाला और नशे के इंजेक्शन लगा दिए। बाद में उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। यही नहीं, पूर्व पार्षद बच्चों के शव गंगनहर में फेंकने के लिए अपनी कार की डिग्गी में रखकर भोला की झाल ले गया था। फिर प्रेमी ने शव को कार की डिग्गी में रखकर 25 किलोमीटर दूर ले जाकर गंगनहर में फेंक दिया। इसके बाद मां ने बच्चों के लापता होने की झूठी कहानी रची।
इसके बाद पति के साथ जाकर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इस दौरान पत्नी अपने बयान को बार-बार बदल रही थी। इस पर पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। सीओ अमित राय ने बताया कि पुलिस पूछताछ में निशा और सऊद ने हत्या की बात कबूल कर ली है। उनकी निशानदेही पर गंग नहर में शव की तलाश की जा रही है। जल्द शव को बरामद कर लिया जाएगा।
कलयुग के इस निर्दई माँ ने कैसे अपनी कोख से जन्मे दो मासूम से बच्चो को बेड के अंदर डाला होगा, क्या उसका दिल नहीं दुख न उसको माँ की ममता ने रोका होगा। रोका तो होगा मगर जिस्म की भूख ने माँ की ममता का गाला घोट दिया होगा।
अब आपको पूरा घटनाक्रम के बारे में बताते हैं…
महिला निशा खैरनगर गूलर गली की रहने वाली है। उसका पति शाहिद बेग लालकुर्ती पैठ में जूते की दुकान में काम करता है। निशा बुधवार शाम घर पर अकेली थी। उसने ट्यूशन टीचर सलमान को घर आने से मना कर दिया था। बेटा मेराब (10) सेंट जोंस स्कूल में थर्ड क्लास और बेटी कोनेन (6) क्लास सेकेंड में पढ़ती थी।
निशा ने बुधवार शाम को पति को फोन पर बताया कि मैं घर के अंदर काम कर रही थी, तभी दोनों बच्चे अचानक घर से लापता हो गए । सूचना पर पति शाहिद तत्काल मौके पर पहुंचा। फिर काफी देर तक बच्चों की तलाश की। इसके बाद शाहिद पत्नी निशा के साथ देहली गेट थाना पहुंचा। वहां बच्चों की मिसिंग कंप्लेन दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस की 10 टीमें बच्चों की तलाश में लग गई।
पुलिस ने इलाके के CCTV भी खंगाले और पति-पत्नी से पूछताछ की। पूछताछ में किसी रिश्तेदार से संपत्ति विवाद की बात सामने आ रही थी। लेकिन पुलिस का शक मां की तरफ जा रहा था। क्योंकि जब बच्चे गायब हुए तब वह घर में अकेली थी। इतना ही नहीं, उसने ही पति शाहिद को काफी देर बाद बच्चों को लापता होने की जानकारी दी थी।
पुलिस ने माता-पिता सहित रिश्तेदारों के मोबाइल डिटेल और कॉल डिटेल की चेक की। इस दौरान मां निशा के फोन में इलाके के पूर्व पार्षद सऊद का नंबर मिला। उससे निशा घटना वाले दिन में कई बार बात की थी। अफेयर के शक में पुलिस ने मां को थाने बुलवाया और पूछताछ शुरू की।
पुलिस ने कहा कि CCTV से सारी कहानी खुल जाएगी। इसलिए सच बताओ। तब मां निशा ने डर के कारण खुद ही सच उगल दिया। उसने दोनों बच्चों की हत्या की बात कबूल ली। इसके बाद पुलिस ने सऊद फैजी को भी उठाकर थाने ले आकर पूछताछ की। उसने भी बच्चों की हत्या की बात कबूल ली।
प्रेमी से शादी करना चाहती थी मां
निशा ने पुलिस को बताया कि चार साल पहले हम दोनों की मुलाकात हुई। पूर्व पार्षद सऊद अपनी पत्नी को छोड़ चुका था। मां, बाप का इकलौता बेटा है। उसके पिता कोर्ट में पेशकार थे। उसके पास काफी दौलत थी। मुझे दौलत चाहिए थी और सऊद को प्यार। इसके बाद हम दोनों एक दूसरे के धीरे-धीरे नजदीक आ गए।
पति जूता फैक्ट्री और बच्चों के स्कूल जाने के बाद सऊद घर पर आता था। मोहल्ले के दो लड़के इसमें शामिल थे। दोनों सऊद से पैसे लेते थे। निशा ने बताया कि कुछ दिनों बाद हम लोगों ने शादी करने का मन बना लिया। लेकिन दोनों बच्चे हम दोनों की शादी में आड़े आ रहे थे। इसलिए हम दोनों ने मिलकर बच्चों की हत्या कर दी।
सीओ अमित राय ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में निशा और सऊद ने बताया कि दोनों ने मिलकर बच्चों की हत्या की है। इसके बाद कार से शव को रखकर गंगनहर झील में फेंक दिया। दोनों बच्चों की शव की नहर में तलाश करा रही है। जल्द ही शव को बरामद कर लिया जाएगा। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है। जिसमें दोनों बच्चे दिखाई दे रहे हैं।