मौलाना कलीम सिद्दीकी जीवनी | Maulana Kaleem Siddiqui Biography in hindi
Maulana Kaleem Siddiqui Biography in hindi – यूपी एटीएस ने धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने वाले मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। उसे विदेशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग हो रही थी।
यूपी एटीएस ने बुधवार को मुजफ्फरनगर से अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने के आरोपी प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। एटीएस के अनुसार, उसे हवाला के जरिए विदेशों से फंडिंग की जाती थी। वह लोगों को प्रभावित कर शरीयत व्यवस्था लागू करने और जनसंख्या अनुपात बदलने के लिए वृहद स्तर पर धर्मांतरण करवा रहा था।

पूरा नाम | मौलाना कलीम सिद्दीकी |
नाम | कलीम |
जन्म स्थान | मुजफ्फरनगर, यूपी |
निवासी | मुजफ्फरनगर, यूपी |
गांव | फूलत, मुजफ्फरनगर, यूपी |
पेशा | प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान |
उद्देश्य | शरीयत व्यवस्था लागू करना |
ट्रस्ट | जामिया इमाम वलीउल्ला, जमीयत-ए-वलीउल्लाह |
पढ़ाई | नदवा कॉलेज, लखनऊ |
गिरफ्तार | मेरठ, यूपी |
अध्यक्ष | ग्लोबल पीस सेंटर |
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि मौलाना की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए उन पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। फिलहाल मौलाना कलीम से एटीएस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
यूपीएटीएस के अनुसार, मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी दिल्ली में रहता है और विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की आड़ में अवैध धर्मांतरण के कार्य को अंजाम देता है जिसके लिए विदेशों से फंडिंग की जाती है। वह गैर मुस्लिमों को गुमराह और भयाक्रांत कर उन्हें धर्मांतरित करता है और फिर उन्हें भी इस कार्य में लगाता है।
मौलाना कलीम जामिया इमाम वलीउल्ला नामक एक ट्रस्ट संचालित करता है। वह कई मदरसों की फंडिंग भी करता है जिसके लिए उसे विदेशों से भारी धनराशि हवाला के जरिए भेजी जाती है।
मौलाना इन मदरसों की आड़ में पैगामे इंसानियत के संदेश देने के बहाने लोगों को जन्नत और जहन्नुम जैसी बातों का लालच या भय दिखाकर इस्लाम स्वीकारने के लिए प्रेरित करता है और बाद में इन्हें प्रशिक्षित कर अन्य लोगों का धर्मांतरण कराने का कार्य करता है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार, अब तक की जांच में मौलाना के ट्रस्ट जमिया ईमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित कुल तीन करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य मिले हैं। एटीएस की छह टीमें मामले में जांच कर रही है। मौलाना कलीम लोगों में प्रचार कर रहा था कि शरीयत के अनुसार बनी व्यवस्था ही सबको न्याय दे सकती है।

कलीम सिद्दकी मुजफ्फरनगर के फूलत गांव के रहने वाले हैं। वह इस्लामिक स्कॉलर हैं। एटीएस सूत्रों की मानें तो अवैध धर्मांतरण के लिए विदेशों से 3 करोड़ की फंडिंग हुई थी। अकेले बहरीन से डेढ़ करोड़ रुपए एक साथ भेजे गए थे। मौलाना ने पीएमटी परीक्षा पास करने के बाद भी मेडिकल में प्रवेश नहीं लिया था। वह लखनऊ के दारुल उलूम नदवातुल उलमा में पढ़ाई करने आ गए थे। यहां से पढ़ाई के बाद वह मौलाना बन गए।.
मोहन भागवत से हुई थी मुलाकात
बीते दिनों ही मौलाना कलीम की मुलाकात मोहन भागवत से हुई थी। मौलाना कलीम को मुम्बई में 7 सितंबर को आयोजित राष्ट्र प्रथम राष्ट्र सर्वोपरी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। वह यहां पहुंचे भी थे और RSS चीफ मोहन भागवत से उन्होंने व्यक्तिगत मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दो हफ्ते बाद ही मौलाना को धर्म परिवर्तन मामले में गिरफ्तार किया गया है।
देश के प्रसिद्ध मौलानाओं में होती है गिनती
मौलाना कलीम ग्लोबल पीस सेंटर के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह जमीयत-ए-वलीउल्लाह के अध्यक्ष भी हैं। मौलाना कई मदरसों की प्रभारी हैं और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की वजह से उनकी अच्छी पहचान है। उनकी गिनती देश के बड़े मौलानाओं में होती है।