Kanwar Yatra 2022: कोरोना की वजह से दो साल बाद 14 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए मेगा प्लान तैयार किया गया है। प्रशासन के अनुसार चार से पांच करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। यह तादाद अब तक की सर्वाधिक है। कांवड़ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी होगी। इस बार एक दिन में केवल 150 कांवड़ियों को ही गोमुख जाने की अनुमति रहेगी।
कांवड़ मेले को लेकर शुक्रवार को होने सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक होने वाली है। मुख्यमंत्री अभी तक हुए कांवड़ के कार्यों की समीक्षा करेंगे। सीएम निरीक्षण भी कर सकते हैं। इससे पहले, डीएम विनय शंकर पांडे ने मेले की तैयारियों को लेकर औचक निरीक्षण किया।
डीएम ने कहा कि 10 जुलाई तक काम पूरा न करने वालों विभागों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने गुरुवार को कांवड़ पटरी पर चल रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया। रुड़की कांवड़ मेले के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर बम स्क्वायड ने परिसर का चप्पा-चप्पा खंगाला। कांवड़ मार्ग की निगरानी इस बार पहली बार ड्रोन से होगी।
देहरादून में 36 महिला दरोगा, कांवड़ ड्यूटी के लिए 41 मांग लीं: देहरादून जिलेभर में हाल में ड्यूटी कर रहीं 36 महिला दरोगाओं के मुकाबले 41 को कांवड़ ड्यूटी के लिए मांग लिया गया है। इससे डीआईजी देहरादून जन्मेजय खंडूरी भी हैरान हैं।
- सुरक्षा
- 50 से अधिक स्थान संवेदनशील घोषित यूपी की सीमा में
- 400 से ज्यादा सीसीटीवी के साथ मुजफ्फरनगर मेरठ में चार कंट्रोल रूम तैयार
- 20 से अधिक एटीएस और एसटीएफ की टीमें तैनात, अतिरिक्त फोर्स की भी तैनाती
- दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होगी जिसका हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।
- स्वास्थ्य
- अस्पतालों में कांवड़ियों के लिए 24 घंटे बेड आरक्षित रहेंगे
- विशेष मोबाइल मेडिकल टीमें 24 घंटे तैनात
- शिविरों में भी डॉक्टरों की तैनाती रहेगी
- सड़क व्यवस्था
- एक्सप्रेसवे पर कांवड़ियों के प्रवेश पर रोक, हाईवे पर शिविर नहीं
- सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के चलते शिविरों में प्लास्टिक के दोने, गिलास चम्मच पर रोक
- हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार तेज आवाज में डीजे आदि बजाने की अनुमति नहीं मिलेगी
- अवैध वाहनों से कांवड़ लाने पर रोक रहेगी
- कांवड़ मार्ग पर मीट और मदिरा की दुकानें नहीं खोली जा सकेंगी
16 मार्गों पर कड़े प्रबंध
1. गोमुख से ऋषिकेश-हरिद्वार
2. हरिद्वार से पुरकाजी-लक्सर
3. हरिद्वार से सहारनपुर-देवबंद
4. हरिद्वार से मुजफ्फरनगर
5. मुजफ्फरनगर से सहारनपुर
6. हरिद्वार से सहारनपुर-हरियाणा
7. हरिद्वार से मेरठ-मुजफ्फरनगर-बागपत
8. हरिद्वार से सहारनपुर-शामली-बागपत
9. हरिद्वार से शामली-बागपत-लोनी
10. हरिद्वार से मेरठ-बागपत-बालैनी (पुरा महादेव)
11. हरिद्वार से नजीबाबाद-बिजनौर-मुरादाबाद
12. हरिद्वार से मेरठ-हापुड़-मुरादाबाद-बरेली
13. गढ़मुक्तेश्ववर से मुरादाबाद-बिजनौर
14. गढ़मुक्तेश्वर से गाजियाबाद-दिल्ली
15. गढ़मुक्तेश्वर से अमरोहा मार्ग
16. गढ़मुक्तेश्वर से संभल मार्ग
रुड़की: पटरी मार्ग पर सुरक्षा दीवार टूटी
रुड़की में पैदल कांवड़ियों का आवागम गंगनहर के पटरी मार्ग से होता है। इस पटरी पर आसफनगर झाल, मेहवड़ पुल, सोलानी पार्क, प्रशासिनक भवन होते हुए कांवड़िये हरिद्वार आते हैं। लेकिन इस मार्ग पर जगह जगह सुरक्षा जालियां टूटी हुई है। इसकी वजह से खतरा बना हुआ है। कांवड़ मार्ग पर अब तक यात्रियों के पेयजल, बिजली की व्यवस्था नहीं हुई न ही अस्थायी शौचलय ही बनने शुरू हुए हैं। यात्रा की व्यवस्थाएं अभी आधी अधूरी हैं।
Web Title: Kanwar Yatra 2022: There will be a ban on the journey of Gomukh, know how many Kanwariyas will get permission in 01 day