Kanpur: When the miscreants released the kidnapped student after taking a ransom of only 50 thousand, then the game was opened… the ransom was taken in the kidnapper’s account..?
- सिर्फ़ 50 हजार की फिरौती लेकर बदमाशो ने किडनैप स्टूडेंट को छोड़ा तो खुल गया खेल…किडनैप के अकाउंट में ही ली गई फिरौती..?
- आशंका: खुद ही रचा था षड्यंत्र… कानपुर के छात्र की रामपुर से नाटकीय ढंग से हुई बरामदगी….
कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्र का अपहरण हो गया। परिजनों के पास फोन करके फिरौती मांगी गई। कन्नौज के ठठिया गांव में रहने वाले परिजनों ने रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने छात्र को रामपुर से बरामद कर लिया है। अब पुलिस उसे लेकर कानपुर लौट रही है। छात्र से पूछताछ के बाद पुलिस पूरे मामला का खुलासा करेगी।
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रावतपुर पुलिस ने रामपुर से छात्र को बरामद किया…
कन्नौज के ठठिया गांव के रहने वाले रामशरण राठौर का 23 साल का बेटा सूरज भान काकादेव में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है। परिजनों ने बताया कि रविवार को वह परीक्षा देने लखनऊ गया था। इस दौरान उसका अपहरण हो गया। उसके ही मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप कॉल करके फिरौती मांगी गई। इतना ही नहीं फिरौती की पहली किश्त छात्र के अकाउंट में ही 50 हजार रुपए सूरज के भाई ने भेजे। अपहरण करने वालों ने कहा कि फिरौती नहीं दी तो तुम्हारे भाई की हत्या कर दी जाएगी।
मामले की जानकारी मिलते ही रावतपुर थाने की पुलिस अपहरण और फिरौती की एफआईआर दर्ज करके बदमाशों की तलाश में जुट गई। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने छात्र को महज 24 घंटे के भीतर रामपुर से बरामद कर लिया है। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि छात्र को रावतपुर थाने की पुलिस टीम ने बरामद कर लिया है। उसके शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं है। टीम उसे कानपुर लेकर लौट रही है। इसके बाद ही पूरे घटनाक्रम का पता चल सकेगा।
छात्र का नाटकीय ढंग से अपहरण की आशंका…
डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि अब तक की जांच के मुताबिक छात्र ने खुद ही नाटकीय ढंग से अपहरण की कहानी रची है। लखनऊ से उसे बेहोश करके चारबाग बस अड्डे से अपहरण करना आसान नहीं है। महज 50 हजार रुपए की फिरौती के बाद अपहरण करने वाले बैकफुट पर आ गए। छात्र के शरीर पर एक भी चोट के निशान नहीं हैं। जांच के दौरान तमाम सारे ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिससे यह साफ हो गया कि उसका अपहरण नहीं हुआ। छात्र ने खुद ही रुपयों के लिए कहानी गढ़ी है। फिर भी छात्र के आने के बाद पूछताछ होगी। इसके बाद ही पूरा मामला साफ हो सकेगा।
