आरिफ को दीजिए सारस, एक पत्रकार पहुंचे राज्यपाल मैडम के पास! आरिफ का मुकदमा हो खत्म
अमेठी के आरिफ और सारस की कहानी सोशल मीडिया पर छाई हुई है. आरिफ से अलग करने के बाद सारस को समसपुर पंछी विहार के बाद अब कानपुर के चिड़ियाघर ले जाया गया है. जहां उसे प्रोटोकॉल के चलते पंद्रह दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा. इस बीच समाजवादी पार्टी के एक विधायक ने मांग की है कि सारस के बाड़े में आरिफ की फोटो लगाई जाए.
वही अब आरिफ और सारस के मामले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजभूषण मार्कंडेय उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपालके पास पहुंचे है और उन्होंने मांग की है कि आरिफ का मुकदमा वापस हो। उन्होंने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल को इस आशय का पत्र सौंपा कि आरिफ को सारस पक्षी सौंप दिया जाए। पक्षी प्रेमी पर दर्ज किया गया मुकदमा तत्काल वापस हो।
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के आरिफ गुर्जर पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में हैं. सारस पक्षी की जान बचाने और उससे दोस्ती के चलते आरिफ सोशल मीडिया की सनसनी बन गए. दोस्ती इतनी प्यारी बनी कि सारस को देखने उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी पहुंच गए. अब लग रहा है कि आरिफ ने सारस से दोस्ती करके गलती कर दी. उत्तर प्रदेश में आरिफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इतना ही नहीं, वन विभाग ने आरिफ को नोटिस भेजा है और पेश होकर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है.
आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. अमेठी के उप प्रभागीय वनाधिकारी की ओर से आरिफ को नोटिस भी भेजा गया है. आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. फिलहाल, आरिफ के दोस्त सारस को कानपुर के चिड़ियाघर भेज दिया गया है.
आरिफ की मुलाकात इस सारस से अगस्त 2022 में हुई थी. तब यह सारस घायल था. आरिफ ने उसकी जान बचाई तो वह आरिफ के परिवार के साथ ही रहने लगा. कई इंटरव्यू में आरिफ ने बताया कि वह दिनभर घूमने-टहलने के बाद भी फिर से उनके घर लौट आता है. आरिफ ने यह भी कहा कि न तो वह उसे कहीं बंद करते हैं और न ही कहीं बांधने की कोशिश करते हैं. यह तो बस सारस का प्यार है कि वह आरिफ के इर्द-गिर्द ही रहता है.
आरिफ और सारस के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी खूब हुए. वीडियो में देखा गया कि बाइक चलाते आरिफ के साथ-साथ यह सारस उड़ता है. हाल ही में वन विभाग की टीम आरिफ के घर से सारस को ले गए. पहले उसे समसपुर पक्षी विहार में रखा गया. अब उसे कानपुर के चिड़ियाघर में क्वारंटीन किया गया है. इस मामले को लेकर अखिलेश यादव लगातार सवाल उठा रहे हैं क्योंकि वह खुद भी इस सारस से मिलकर आए थे.
आरिफ को दीजिए सारस, एक पत्रकार पहुंचे राज्यपाल मैडम के पास! आरिफ का मुकदमा हो खत्म @BrajbhushanDubey