गांवों में नहीं रुक रहा कोरोना का कहर, मां की मौत के बाद इकलौते बेटे ने भी दम तोडा
गोरखपुर। कोराना से मां की मौत के बाद इकलौते बेटे ने भी दम तोड़ दिया। मां की देखभाल के दौरान बेटा भी संक्रमित हो गया था। हालत बिगड़ने पर उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। तेरहवीं के दिन ही हास्पिटल में कोराना से जंग लड़ते हुए इकालैते बेटे की भी सांसें थम गईं। इस हृदयविदारक घटना से इलाके के लोग सन्न हैं।
पाली क्षेत्र के डुमरी निवासी रामकवल राज की 65 वर्षीय पत्नी शान्ति देवी की कोरोना संक्रमण के कारण एक मई को मौत हो गई थी। शांति देवी की मौत के दो दिन बाद उनकी तीमारदारी में जुटा बेटा भी कोरोना संक्रमित हो गया। 45 वर्षीय इकलौते बेटे हरेन्द्र प्रताप राज की तबीयत बिगङी तो घरवालों ने किसी तरह हिम्मत जुटा कर उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, 70वर्षीय रामकवल राज पत्नी के मौत के दर्द को सीने में दबाए हाथ में तीर लिए प्रतिदिन बेटे की देखभाल को अस्पताल जाते रहे। बेटे के अस्पताल में तीमारदारी के अलावा इधर वह पत्नी के क्रियाकर्म की भी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
गुरुवार को पत्नी की तेरहवीं का कार्यक्रम चल ही रहा था कि हॉस्पिटल से इस परिवार को दुखभरी सूचना मिली पता चला कि उनके बेटे हरेन्द्र प्रताप की भी सांसें उखङ गईं। खबर मिलते पूरे परिवार मे कोहराम मच गया। बूढ़े बाप पर कोरोना से दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।। मां-बेटे की मौत से गांव के लोग आहत हैं।