Can UP Inquiry | No one can dare to suppress even a single penny of the Annadata farmer – Yogi Adityanath | e-पर्ची
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज लखनऊ में कहा कि प्रदेश की सहकारी गन्ना विकास समितियों व सहकारी चीनी मिल समितियों के 50.10 लाख अंशधारक कृषक सदस्यों को ‘अंश प्रमाण-पत्र’ वितरण हेतु आयोजित कार्यक्रम में सहभाग किया। यह देश में ‘सहकारिता आंदोलन’ को पुनर्जीवित करने का एक अभियान है। सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं! उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान हमारे लिए सदैव वरेण्य व सम्माननीय रहे हैं।
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पहले की सरकारें एकतरफा फैसले लेती थीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली सरकारों कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले की सरकारें अनिर्णय की शिकार थीं। वे एकतरफा फैसले लेती थीं। वे जो फैसले लेती थीं, न तो वो चीनी मिल के पक्ष में होते थे, न गन्ना किसानों के पक्ष में होते थे। उनके फैसले स्वयं उनके पक्ष में होते थे।
उन्होंने कहा कि अब इस आशंका से ग्रसित होने की आवश्यकता नहीं कि कोई चीनी मिल बंद होगी। आने वाला समय हमारे गन्ना किसानों का होगा। गन्ना किसान अपनी प्रगति और खुशहाली को अपनी आंखों से देख पाएंगे।
e-पर्ची के माध्यम से हर किसान को राहत
योगी आदित्यनाथ ने चेतवानी देते हुए कहा कि अन्नदाता किसान का एक भी पैसा दबाने का दुस्साहस कोई न कर सके, हम इस दिशा में अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने e-पर्ची के माध्यम से हर किसान को राहत दी है और गन्ना माफिया की कमर तोड़ने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब ‘बायोफ्यूल’ के नए-नए उद्यम लगाने की कार्यवाही प्रारंभ है। अब पराली जलाने की नौबत नहीं आएगी…
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2007 से 2017 के बीच जितना गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ, उसका डेढ़ गुना भुगतान प्रदेश सरकार विगत 05 वर्षों में गन्ना किसानों के खाते में कर चुकी है। 05 वर्षों में हमने गन्ना किसानों को ₹01 लाख 77 हजार करोड़ के गन्ना मूल्य का भुगतान किया है: #UPCM