Bijnor News: Encounter in Bijnor at two o’clock in the night, Aditya Rana killed with a reward of two and a half lakhs
- 2022 में पुलिस कस्टडी से भागा था आदित्य राणा
- ढाई लाख का इनामी आदित्य राणा एनकाउंटर में ढेर
- बिजनौर में रात 2 बजे मुठभेड़
- 5 पुलिसकर्मी घायल
- लखनऊ पुलिस की हिरासत से भागा था
स्योहारा थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर मार्ग पर मंगलवार देर रात करीब दो बजे ढाई लाख के फरार इनामी बदमाश आदित्य राणा और पुलिस टीम के बीच मुठभेड़ हो गई। ढाई लाख का इनामी बदमाश आदित्य राणा 11 अप्रैल की देर रात लगभग दो बजे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान स्योहारा थाना प्रभारी राजीव चौधरी समेत 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। राणा, 2022 में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था।
बिजनौर में हिस्ट्रीशीटर आदित्य राणा उर्फ रवि को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। उस पर ढाई लाख का इनाम था। आदित्य पर हत्या, लूट के 43 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। 23 अगस्त 2022 यानी करीब 8 महीने पहले शाहजहांपुर में आदित्य लखनऊ पुलिस की हिरासत से भाग गया था। वह तभी से फरार था।
मंगलवार देर रात 2 बजे स्योहारा थाने के बुढ़नपुर में आदित्य की पुलिस से मुठभेड़ हुई। इसमें दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में 5 पुलिसकर्मी जख्मी हुए। जबकि आदित्य के बाकी साथी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल में भाग गए। उनकी संख्या कितनी थी। इसका पता लगाया जा रहा है।
पुलिस को देखते ही आदित्य राणा ने फायरिंग कर दी
बिजनौर SP नीरज कुमार जादौन ने बताया, “देर रात SOG को सूचना मिली कि आदित्य और उसके साथी बुढ़नपुर इलाके में हैं। टीम ने घेराबंदी शुरू की। पुलिस को देखते ही आदित्य और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक बदमाश के गोली लगी। बाकी भाग गए।”
“अंधेरे में टॉर्च की रोशनी में देखा तो गोली लगने वाला बदमाश आदित्य राणा था। घायल हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में स्योहारा थाना प्रभारी राजीव चौधरी, हमराह अजय फौजी, SOG इंस्पेक्टर जयवीर सिंह, सिपाही अरुण और रईस घायल हैं। आदित्य के बाकी साथियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।”
यहां से लौटते समय शाहजहांपुर के रेड चिली ढाबे से पुलिस को चकमा देकर आदित्य राणा फरार हो गया था। इसके बाद आदित्य को प्रदेशीय माफिया घोषित करने के साथ ही उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम कर दिया गया था। तभी से पुलिस इसकी तलाश में जुटी थी।
एसपी नीरज कुमार जादौन के मुताबिक देर रात एसओजी टीम को सूचना मिली कि आदित्य और उसके साथी बुढ़नपुर मार्ग पर हैं। मौका मिलते ही टीम ने घेराबंदी शुरू कर दी। अब तक पुलिस आदित्य गैंग के आठ से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें उसका ग्राम प्रधान भाई चंद्रवीर बिट्टू भी शामिल है।