Benefits of Amla: आंवला (Amla) को सर्दियों (Winter) का सुपरफूड (Super food) कहते हैं क्योंकि यह हमें सर्दी के साथ-साथ कई बीमारियों से भी बचाता है. इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो हमारी इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने और फेफड़ों (Lungs) को वायु प्रदूषण (Air Pollution) से बचाने में मदद करता है. आंवला को आचार, जूस और कैंडी के तौर पर भी खा सकते हैं. सर्दी के मौसम में आंवला ज्यादा मिलता है तो कोशिश करें कि आप इसे रोजाना खाने की आदत में शुमार करें. लेकिन इसका सेवन कितना और कब कैसे करना चाहिए. आइए जान लेते हैं.

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आंवला क्या है?
आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है।
आंवला को रसायन द्रव्यों में सबसे अच्छा माना जाता है यानि कहने का मतलब ये है कि जब बाल बेजान और रूखे-सूखे हो जाते हैं तब आंवला का प्रयोग करने पर बालों में एक नई जान आ जाती है। आंवला का पेस्ट लगाने पर रूखे बाल काले, घने और चमकदार नजर आने लगाते हैं।
चरक संहिता में आयु बढ़ाने, बुखार कम करने, खांसी ठीक करने और कुष्ठ रोग का नाश करने वाली औषधि के लिए अमला का उल्लेख मिलता है।
आंवला का वानस्पतिक नाम (Scientific name of Amla) Phyllanthus emblica L. (पांईलैन्थस एम्बलिका) Syn-Emblicaofficinalis Gaertn है। यह Euphorbiaceae (यूफॉर्बियेसी) कुल से है। इसका अंग्रेजी नाम Emblicmyrobalan tree (एम्बलिक मायरोबालान ट्री) है। दुनिया में आंवला अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जो ये हैंः-
सर्दी के मौसम में आंवला खाने के फायदें
गर्मी के मुकाबले सर्दी का मौसम राहत भरा होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस मौसम में स्वास्थ्य संबंधी कोई जोखिम नहीं होता है. आपको बता दें कि सर्दी भी हमें दिल का दौरा, ब्लड प्रेशर और सांस संबंधी और अन्य कई बीमारियों से घेर लेती है. सर्दी में वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है तो इन समस्याओं का खतरा और भी बढ़ जाता है.
लेकिन आंवला इन सभी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है. बता दें कि सर्दियों के फलों में मौजूद एंटी इन्फ्लामेंट्री और एंटीऑक्सिडेंट तत्व स्वास्थय के लिए लाभदायक होते हैं. आंवला में मौजूद विटामिन सी की मात्रा इम्यूनिटी को बूस्ट करती है.
दिन में कब और कितना खाएं आंवला
रोज सुबह खाली पेट आंवला खाने से रिजल्ट जल्दी दिखाई देगा. आप रोजाना सुबह एक से दो आंवला खा सकते हैं. आपको बता दें कि दिन में दो आंवले से ज्यादा न खाएं. क्योंकि इसमें भरपूर्ण मात्रा में मौजूद विटामिन सी कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है. आंवला खाने के साथ दिनभर शरीर में पानी की कमी भी न होने दें.
कैंसर और कोलेस्ट्रॉल से बचाता है आंवला
आंवला में एंटी-कैंसर और एंट्री ऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं. एक शोध के मुताबिक, आंवला कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकता है. इसके साथ ही आंवला कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने से हार्ट अटैक की समस्या कम हो जाती है. यह आर्थ्रोस्क्लेरोसिस से भी बचाता है जो दिल संबंधी बीमारियों को बढ़ाता है.
त्वचा को मुलायम और जवां बनाता है
बता दें कि आंवला के अर्क में विटामिन ए की भरपूर्ण मात्रा होती है जो हमारी त्वचा को मुलायम और हमें जवां रखने में मदद करता है. आंवले का खाली पेट सेवन करने से कोलेजन का घटना कम हो जाता है. कोलजेन हमारी त्वचा को खूबसूरत बनाता है. लेकिन गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं आंवला का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
डायबिटीज को दूर करे
आंवला डायबिटीज को भी दूर करने में मददगार होता है. साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. शायद ही आपको पता हो कि आंवला शरीर और दिमाग दोनों को बड़ी राहत पहुंचाने का भी काम करता है. आप आंवला को पाउडर के तौर पर शहद में मिलाकर खा सकते हैं जो स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत लाभकारी होता है .
कब्ज में आंवला के फायदे
आजकल की जीवनशैली या खान-पान की वजह से सभी लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। 3-6 ग्राम त्रिफला चूर्ण को गुनगुने जल के साथ सेवन करें। इससे कब्ज में लाभ मिलता है।
दस्त में आंवला के फायदे
10-12 ग्राम आंवले के कोमल पत्तों को पीसकर, छाछ के साथ रोज सुबह-शाम सेवन करें। इससे दस्त में लाभ होता है।
एसिडिटी में आंवला या अमला के फायदे
अम्लपित्त या हाइपरएसिडिटी आजकल आम समस्या बन गई है। बच्चों से लेकर बूढ़े, किसी को भी यह समस्या हो सकती है। आंवले (Indian gooseberry) के 10 ग्राम बीजों को रात भर जल में भिगोकर रखें। अगले दिन गाय के दूध में बीजों को पीस लें। इसे 250 मिली गाय के दूध के साथ सेवन करें। इससे एसिडिटी में लाभ होता है।
खुजली से दिलाये राहत आंवला
आंवले की गुठली को जलाकर भस्म बना लें। इसमें नारियल तेल मिला ले। इसे गीली या सूखी किसी भी प्रकार की खुजली पर लगाने से लाभ होता है।
गठिया के दर्द से दिलाये राहत आंवला
गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाता है। इस परेशानी से सबसे ज्यादा बड़े-बूढ़े ग्रस्त होते हैं। इसमें 20 ग्राम सूखे आंवले और 20 ग्राम गुड़ लें। इसे 500 मिली पानी में उबाल लें। 250 मिली पानी शेष रहने पर छानकर सुबह शाम पिएं। इससे गठिया में लाभ होता है। इस दौरान नमक का सेवन ना करें।
गले में खराश के लिए आंवला के फायदे
गले में खराश होने पर आंवले का उपयोग आपको फायदा पंहुचा सकता है।आंवला में लवण रस को छोड़ कर सभी पांच रस (मधुर-अम्ल -कटु -तिक्त -कषाय) होते है। अतः इसके मधुर और कषाय रस के कारण ये गले की खराश को कम करने में सहायता करता है। अगर गले में खराश सूजन के कारण है तो इसका शीत गुण और मधुर शोथ या सूजन को कम कर गले को आराम देता है।
दिमाग को तेज़ करने में आंवले का उपयोग
आंवला का उपयोग दिमाग की क्रियाशीलता बढ़ाने में सहायक होता है। आंवला में पाये जाने वाला रसायन गुण दिमाग को तेज करने में मदद करता हैं।
दांतों के लिए आंवला का उपयोग
आंवला की पत्तियां और फल दोनों ही मुँह से संबंधित रोगों में फ़ायदेमंद होते है। आंवला की पत्तियों का प्रयोग दांतो की मजबूती के लिए किया जाता है साथ हि फल का प्रयोग मसूड़ो यानि गम्स से संवंधी रोगों में फायदेमंद होता है।
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