आनंद गिरि जीवनी | Anand Giri Biography in Hindi, अध्यात्म से प्रिय था ‘आनंद’
Narendra Giri Biography in Hindi
महंत आनंद गिरी हिंदू धर्म के अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के शिष्य है, जिन पर कई बार नरेंद्र गिरी को अपमानित करने के आरोप लगे है। और इस बार तो आनंद गिरी पर अपने ही गुरु नरेंद्र गिरी की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है। (कथित तौर पर) आज हम इनकी जीवनी के बारे में जानेंगे
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार किया गया है। आनंद गिरि और विवादों का पुराना रिश्ता रहा है। नरेंद्र गिरि के साथ संपत्ति विवाद के अलावा आनंद को ऑस्ट्रेलिया में छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार तक होना पड़ा था। पंद्रह साल की उम्र में ही आनंद गिरि ने सांसारिक सुखों को छोड़कर संन्यासियों का जीवन अपनाया था। इस दौरान साल 2000 में आनंद गिरि की मुलाकात नरेंद्र गिरि से हरिद्वार में मुलाकात हुई।
आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाड़ा में आसींद क्षेत्र के सरेरी गांव के निवासी हैं. उनका असली नाम अशोक है और उनके पिता का नाम रामेश्वर लाल चोटिया है. वो अपने चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. दरअसल साल 1997 में आनंद 12 साल की उम्र में अपना घर छोड़कर हरिद्वार चले गए थे.

बड़े हनुमान मंदिर के छोटे महंत योग गुरु स्वामी आनंद गिरि के जीवन पर आधारित कार्यक्रम को गोल्डेन बुक ऑफ अर्थ के वेबिनार में शामिल किया गया। जूम एप के जरिए हुए वेबिनार में दुनिया के 101 प्रभावशाली लोग शामिल हुए। जिसमें पूरे भारत से चार लोगों को शामिल किया गया था।
गोल्डेन बुक ऑफ अर्थ ग्रुप ने स्वामी आनंद गिरि की जीवनी अपने कार्यक्रम में शामिल की थी। दुनिया को योग के जरिए कैसे उन्होंने निरोग रहने की शिक्षा दी इसके बारे में कार्यक्रम प्रसारित हुआ। स्वामी आनंद गिरि ने बताया कि भारत से इस कार्यक्रम के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रवि शंकर प्रसाद और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शामिल किया गया। स्वामी आनंद गिरि के संन्यास लेने से लेकर योग के ऊपर उनके किए गए काम को दिखाया गया।
राजस्थान के भीलवाड़ा से वेदों और संस्कृत की पढ़ाई करने वाले आनंद धीरे-धीरे महंत नरेंद्र गिरि के करीबी बन गए। हालांकि, साल 2020 में दोनों गुरु-शिष्य के बीच मतभेद खुलकर सामने आया और संपत्ति विवाद को लेकर दोनों में खटास पैदा हो गई। हालांकि, आनंद गिरि के सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के बाद यह विवाद सुलझ गया था।
महंत नरेंद्र गिरि उत्तर प्रदेश के बाघंबरी मठ में फंदे पर लटके मिले थे। पुलिस के मुताबिक, उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उन्होंने आनंद गिरि के साथ ही दो अन्य लोगों पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था।
12 साल की उम्र में पकड़ा अध्यात्म का मार्ग
हालांकि, बीते दशक जैसे-जैसे नरेंद्र गिरि का कद बढ़ता गया वैसे ही आनंद गिरि के शाही शौक के चर्चे भी खूब बढ़े। आनंद गिरि को अक्सर महंगी आलीशान गाड़ियों में घूमते देखा जाता था। इतना ही नहीं आनंद गिरि के विदेश दौरे भी बीते एक दशक में बढ़ गए। वह बिजनस क्लास से ही हवाई यात्रा करते थे
साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आनंद को कथित तौर पर एक योग छात्रा के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार तक कर लिया गया था। बीते साल आनंद गिरि के एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हुई थी, जिसमें वह प्लेन के बिजनस क्लास में मादक पदार्थ का सेवन करते दिख रहे थे। माना जाता है कि आनंद गिरि की लाइफ्टाइल ही नरेंद्र गिरि के साथ उनके झगड़े की जड़ था।
नरेंद्र गिरि इसलिए भी नाखुश थे क्योंकि आनंद ने अपने परिवार से रिश्ता नहीं तोड़ा था। आनंद ने शादी की और बच्चे भी। दोनों के बीच झगड़ा तब बढ़ा जब आनंद ने बाघमती मठ को बेचने के नरेंद्र गिरि के फैसले का विरोध किया। चीजें तब और बिगड़ी जब नरेंद्र गिरि ने आनंद पर वित्तीय हेरफेर का आरोप लगाया। इसके बाद आनंद को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, इसी साल मई में दोनों के बीच सुलह हो गई।
आनंद गिरि जीवनी
पूरा नाम | आनंद गिरि |
गुरु का नाम | नरेंद्र गिरी |
अखाड़ा | जूना अखाड़ा |
मठ | बाघंबरी मठ उत्तर प्रदेश |
वैवाहिक जीवन | विवाहित |
धर्म | हिंदू |
जन्म | राजस्थान |
उम्र | 35 साल लगभग |
असली नाम | अशोक |
पिता | रामेश्वर लाल चोटिया |
भाइ | चार |
घर त्याग | 12 साल की उम्र में – 1997 |
जाति | ब्राह्मण |
पिता का काम | खेतीबाड़ी |
गांव | सरेरी |
नरेंद्र गिरि से मुलाकात | आनंद गिरि की मुलाकात नरेंद्र गिरि से हरिद्वार में |
पढ़ाई | राजस्थान के भीलवाड़ा से वेदों और संस्कृत की पढ़ाई |
विरोध | बाघमती मठ को बेचने के नरेंद्र गिरि के फैसले का विरोध |
शौक | महंगी आलीशान गाड़ियों में घूमना |
आरोप | साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आनंद को कथित तौर पर एक योग छात्रा के साथ छेड़छाड़, नरेंद्र गिरि ने आनंद पर वित्तीय हेरफेर का आरोप लगाया |
आस्ट्रेलिया में महिलाओं से मारपीट
इससे पहले आनंद गिरी पर आस्ट्रेलिया के सिडनी में महिलाओं से उनके बेडरूम में मारपीट का आरोप लगा था। कथित तौर पर महिलाओं ने आनंद गिरी को पूजा के लिय आमंत्रित किया था।

आनंद गिरि जीवनी (Mahant Anand Giri Biography)
योग गुरु आनंद गिरि मूल रूप से राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले है. उनके परिवार में पिता के अलावा तीन बड़े भाई, एक छोटी बहन है. उनकी मां का निधन हो चुका है. आनंद गिरि का असली नाम अशोक चोटिया है. आनंद गिरि के बारे में कहा जाता है कि उनका बचपन से ही धर्म की तरफ गहरा झुकाव रहा है. बकौल आनंद गिरि उन्हें 12 साल की उम्र में ईश्वर का संदेश मिला था, जिसके बाद वह आध्यात्मिक मार्ग पर पड़े. आनंद गिरि देश-विदेश में जाकर लोगो को योग सिखाते है.
महंत नरेंद्र गिरि से मुलाकात
एक दिन महंत नरेंद्र गिरि हरिद्वार आए हुए थे. यहाँ उनकी मुलाकात आनंद गिरि से हुई. महंत नरेंद्र गिरि जल्द ही आनंद गिरि से प्रभावित हो गए. महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि में एक अच्छे शिष्य के सारे गुण देखे. इसके बाद वह आनंद गिरि को अपने साथ प्रयागराज लेकर आ गए. इसके बाद साल 2007 में आनंद गिरि निरंजनी अखाड़े से जुड़े और इसी अखाड़े के महंत बने.
कौन हैं आनंद गिरी
आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाड़ा में आसींद क्षेत्र के सरेरी गांव के निवासी हैं. उनका असली नाम अशोक है और उनके पिता का नाम रामेश्वर लाल चोटिया है. वो अपने चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. दरअसल साल 1997 में आनंद 12 साल की उम्र में अपना घर छोड़कर हरिद्वार चले गए थे. हरिद्वार में उन्हें नरेंद्र गिरी मिले. मुलाकात होने पर नरेंद्र गिरि ने आनंद से पूछा कि तुम क्या चाहते हो? तो जवाब में आनंद ने कहा था कि वो पढ़ना चाहता है. इसलिए नरेंद्र गिरी ने आनंद को पढ़ाई करवाई और दीक्षा भी दी.